बौद्ध धर्म एवं तनाव मुक्ति: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन

  • मिथिलेश कुमार चौबे एसोसिएट प्रोफोसर-समाजशास्त्र विभाग गायत्री विद्यापीठ पी.जी. कालेज, रिसिया-बहराइच, उ.प्र.
  • कनिका पाण्डेय* *एसो.प्रोफे.- समाजशास्त्र साहूराम स्वरूप महिला महाविद्यालय, बरेली (उ.प्र.)

Abstract

भारतीय सभ्यता, संस्कृति और इतिहास के नव निर्माण तथा सामाजिक अभ्युत्थान की दिशा में जिन सुधारवादी धार्मिक पन्थों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान रहा है, बौद्ध धर्म का उनमें प्रमुख स्थान है। बौद्ध धर्म के जन्मदाता, प्रवर्तक, संस्थापक बुद्ध मानव इतिहास के पुर्नजागरण के अग्रदूत थे। बौद्ध धर्म भारत का एक प्राचीन और वृहद धर्म है, इस धर्म का प्रभाव कभी पूरे भारत पर था और यही एक भारतीय धर्म है जो विदेशों में भी जोरों से फैला। आज भी श्रीलंका, चीन, जापान, बर्मा आदि देशों में यह धर्म प्रचलित है। इसके अनेक अनुयायी हैं।

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Published
2022-06-06
How to Cite
चौबेम., & पाण्डेय*क. (2022). बौद्ध धर्म एवं तनाव मुक्ति: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन. Humanities and Development, 17(1), 46-49. https://doi.org/10.61410/had.v17i1.40