उच्च शिक्षित कार्यशील महिलाएं : सामाजिक जीवन पर आधुनिकीकरण का प्रभाव, प्रयागराज जनपद के प्ररिपेक्ष्य में

  • प्रगति शुक्ला शोधछात्रा- समाजशास्त्र डॉ. रा.म.लो. अवध विश्वविद्यालय अयोध्या
  • योगेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी* *शोध पर्यवेक्षक प्रोफेसर: समाजशास्त्र विभाग का.सु. साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अयोध्या
Keywords: उच्च शिक्षित कार्यशील महिलाएं, आधुनिकीकरण, सामाजिक जीवन

Abstract

सामाजिक जीवन में निश्चय ही महिलाओं के ऊपर पड़ रहे आधुनिकीकरण के प्रभाव को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। आज विश्व ही नहीं अपितु भारत में भी विकास की प्रक्रिया में महिलाओं का योगदान पुरुषों से कम नहीं है। हाल ही में सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से रोजगार पर रिपोर्ट ‘आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017-18’ जारी की गई है जिसमें बताया गया कि शहरों में कुल 52.1% महिलाएं और 45.7% पुरुष कामकाजी हैं। जैसा कि डा. कुमुद रंजन ने अपनी पुस्तक ‘विमेन इन माडर्न आक्यूपेशन इन इण्डिया’ में यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि महिलाओं का परंपरागत स्वरूप परिवर्तित हो रहा है। वे धीरे-2 व्यावसायिक क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं । पुरुषों की तरह व्यवसाय में देखी जा रही हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि प्रयागराज जनपद की उच्च शिक्षित कार्यशील महिलाओं में आधुनिकीकरण की स्पष्ट छाप दृष्टिगत होती है। आज आधुनिकीकरण के प्रभाव ने ही सामाजिक जीवन की रूपरेखा को बदलकर रख दिया है। प्रस्तुत लेख में उच्च शिक्षित कार्यशील महिलाओं के सामाजिक जीवन पर आधुनिकीकरण का प्रभाव प्रयागराज जनपद के परिप्रेक्ष्य में बताया गया है।

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Published
2022-06-06
How to Cite
शुक्लाप., & त्रिपाठी*य. (2022). उच्च शिक्षित कार्यशील महिलाएं : सामाजिक जीवन पर आधुनिकीकरण का प्रभाव, प्रयागराज जनपद के प्ररिपेक्ष्य में. Humanities and Development, 17(1), 88-92. https://doi.org/10.61410/had.v17i1.51